ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||   

व्हाट्सऐप डेटा और प्राइवेसी को लेकर एक बार फिर संकट में, आप भी जानें खबर

Photo Source :

Posted On:Monday, November 28, 2022

मुंबई, 28 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)   दो अरब से ज्यादा यूजरबेस वाला व्हाट्सऐप डेटा और प्राइवेसी को लेकर एक बार फिर संकट में पड़ता दिख रहा है। साइबरन्यूज़ की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लगभग 500 मिलियन व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं का डेटा ऑनलाइन लीक हो गया है और एक अज्ञात विक्रेता द्वारा हैकिंग समुदाय मंच पर बिक्री के लिए रखा गया है।

हालांकि सोशल मीडिया कंपनी ने अभी तक इस बारे में कुछ भी पुष्टि नहीं की है, लेकिन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उसने कई डेटा सैंपल की जांच की, जिससे पता चला कि लीक सच है। रिसाव ने कथित तौर पर रूस, इटली, मिस्र, ब्राजील, स्पेन और अधिक सहित 80 से अधिक देशों को प्रभावित किया है। सूची में भारत भी शामिल है। उद्धृत स्रोत ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए एक चार्ट साझा किया है, जिससे पता चलता है कि 60 लाख से अधिक लोगों का डेटा ऑनलाइन लीक हो गया है।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि धमकी देने वाला अभिनेता यूएस डेटासेट को 7,000 डॉलर, यूके को 2,500 डॉलर और जर्मनी को 2,000 डॉलर में बेच रहा है। इसने भारत सहित अन्य क्षेत्रों की कीमत का खुलासा नहीं किया। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि हैकर ने लाखों सक्रिय व्हाट्सएप यूजर्स के फोन नंबर कैसे जुटाए।

रिपोर्ट बताती है कि यह व्हाट्सएप की गलती नहीं हो सकती है और हैकर "स्क्रैपिंग" नामक एक प्रक्रिया का उपयोग कर सकता है। ऐसे में किसी साइबर हमले की जगह डेटा अलग-अलग वेबसाइट से हासिल किया जाता है। इसलिए, संभावना है कि फोन नंबर वेब पेजों से प्राप्त किए गए होंगे।

लीक हुए डेटा का उपयोग हैकर्स द्वारा स्पैमिंग, फ़िशिंग प्रयासों, पहचान की चोरी और अन्य साइबर आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। उद्धृत स्रोत का दावा है कि कोई यह पता लगाने में सक्षम नहीं होगा कि उनकी संख्या डेटाबेस में है या नहीं, लेकिन उपयोगकर्ता उन पर ध्यान न देकर घोटाले के प्रयासों से बचने की कोशिश कर सकते हैं।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.